करनाल का ‘प्री-वेडिंग किडनैप केस’ शादी से पहले लड़की का अपहरण
यह कोई अचानक हुआ अपराध नहीं था—हर कदम पहले से प्लान किया गया था।
क्या बोले प्रत्यक्षदर्शी
रामपाल (स्थानीय दुकानदार) बताते हैं—
“लड़की चिल्ला रही थी, हम दौड़े, लेकिन उन्होंने हमें भी मारा और गाड़ी तेज़ी से भगा दी।”
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि कार का ड्राइवर पूरे समय इंजन चालू रखे था, जैसे सिर्फ इशारा मिलते ही निकल जाना हो।
पारिवारिक आघात
अंजलि की बुआ मंजू की आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे।
“12 नवंबर को शादी थी… घर में खुशी का माहौल था। उसने लाल चुनरी भी पसंद कर ली थी। अब नहीं पता वो किस हाल में है।”
पुलिस की जांच – दबिश और गिरफ्तारी की दौड़
डीएसपी राजीव ने बताया—
एक आरोपी की पहचान आशु के रूप में हुई है।
चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज, जिनमें एक महिला और एक नाबालिग लड़की शामिल है।
कई टीमें लगातार इलाके में छापेमारी कर रही हैं।
पुलिस का मानना है कि यह रिश्तों की रंजिश, मजबूरी या शादी रोकने की सोची-समझी कोशिश हो सकती है। लेकिन अभी मकसद साफ नहीं है।
सुरक्षा पर सवाल
यह मामला करनाल में महिलाओं की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
गली में सीसीटीवी क्यों नहीं था?
दिनदहाड़े 20 मिनट बाद पुलिस क्यों पहुंची?
एक नाबालिग को अपराध के लिए इस्तेमाल करना—क्या गैंग पहले से एक्टिव था?
अगला कदम
पुलिस कार की लोकेशन ट्रेस कर रही है और आरोपियों के संभावित ठिकानों पर निगरानी रखी जा रही है। लेकिन समय निकलने के साथ अंजलि की सुरक्षा और जान को खतरा बढ़ता जा रहा है।
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