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धान घोटाला 4: देख तेरे राज में किसान की क्या हालात हो गयी सरकार

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धान घोटाला 4: देख तेरे राज में किसान की क्या हालात हो गयी सरकार केंद्र के जिस पैसे से खरीदा जाना था पीआर धान, अधिकारियों, आढ़तियों व मिलर्स ने उससे खरीद लिया बारिक तीन दिन से पीआर धान की खरीद बंद, मंडियों में अनाज बिकने के इंतजार में किसान अभी तक करीब 15 राइस मिलरों का कोटा तक नहीं हुआ पूरा द न्यूजइंसाइडर ब्यूरो, चंडीगढ़  इस बार करनाल अनाज मंडियो में बड़ा धान घोटाला हो गया है। इसमें खाद्य आपूर्ति अधिकारियों, मिलर्स, आढ़तियों व मंडी कमेटी के कुछ अधिकारियों की सीधी संलिप्ता नजर आ रही है। केंद्र से जो फंड किसानों की पीआर धान खरीदने के लिए आया था, अधिकारियों ने मिलर्स के साथ मिल कर फर्जी खरीद दिखा कर रकम मिलर्स को दे दी। कागजों में तो अब सरकार ने धान का पूरा कोटा खरीद लिया। जबकि हकीकत यह है कि बिना खरीद किए ही केंद्र से आए इस फंड की बंदरबांट कर ली गयी। अब जो सही किसान है, वह अपनी धान की फसल को लेकर मंडियों में तीन दिन से पड़े है। लेकिन खरीद एजेंसियां कोटा पूरा होने की बात कहते हुए खरीद से इंकार कर रही है। अब किसानों के सामने संकट यह है कि वह पीआर धान बेचे ...

हरियाणा के 262 पूर्व विधायकों की पैंशन पर हरसाल 22.93 करोड़ रूपये हो रहे खर्च

 हरियाणा के 262 पूर्व विधायकों की पैंशन पर हरसाल 22.93 करोड़ रूपये हो रहे खर्च  आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने सूचना के अधिकार के तहत मांगी जानकारी  द न्यूजइंसाइडर ब्यूरो , चंंडीगढ़   हरियाणा के कुल 262 पूर्व विधायकों की मासिक पेंशन पर प्रति वर्ष 22.93 करोड़ रूपये खर्च हो रहे हैं। 5 वर्षों में पूर्व विधायकों की मासिक पेंशन में दो सौ प्रतिशत से ज्यादा तक की वृद्धि की गई है। जहां पांच वर्ष पहले इनकी न्यूनतम मासिक पेंशन 20,250/- रूपये प्रति माह थी। वहीं अब यह न्यूनतम मासिक पेंशन 51,750/- रूपये हो चुकी है। कुल 161 पूर्व विधायकों को 51,750 रूपये मासिक पेंशन दी जा रही है। जबकि 39 पूर्व विधायकों को 90,543/- रूपये प्रति माह पेंशन मिल रही है। वहीं जेल में बंद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को हर माह 2.22 लाख रूपये पेंशन बतौर पूर्व विधायक दी जा रही है।जेल बंद अजय चौटाला को 51,750/- रूपये पैंशन मिल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की विधवा जसमा देवी को डबल पैंशन मिल रही है। खुद पूर्व विधायक होने के नाते जसमा देवी को 51,750 रूपये प्रतिमाह तथा प...

चहेतों को इतना दिया धान की रखने की जगह भी नहीं, कई मिलर्स धान के लिए फिर रहे मारे मारे

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चहेतों को इतना दिया धान की रखने की जगह भी नहीं, कई मिलर्स धान के लिए फिर रहे मारे मारे  धान की लूट 3  द न्यूज इनसाइडर ब्यूरो, करनाल   इस बार करनाल की मंड़ियों में धान की जमकर लूट हुई, फिर भी कई राइस मिलर्स ऐसे रह गए, जिनका कोटा भी पूरा नहीं हो पाया। जबकि काफी राइस मिलर्स ऐसे भी है, जिनके पास धान रखने की पर्याप्त जगह तक नहीं। उन्हें नियमों के खिलाफ जाकर ज्यादा धान दे दिया, काफी राइस मिलरों ने धान तो लिया, लेकिन सिर्फ कागजों में। जो बताने के लिए काफी है कि करनाल की सभी मंड़ियों में उस धान की लूट हुई, जो मंड़ियों में आया ही नहीं।लेकिन इस धान के पैसे सरकार से राइस मिलरों, सम्बिधत विभागों के अधिकारियों ने हड़प लिए। राइस मिलरों ने किसी न किसी से मिलकर फर्जी धान खरीदा, उसके पैसे सरकार से लिए। अगर सरकार मामले  की तह तक जाए तो अब भी मिलों से खरीदी जा चुकी आधी धान गायब मिलेंगी। क्योंकि उनके पास धान है ही नहीं। लेकिन जांच में सिर्फ व सिर्फ काफी मात्रा में अन्य प्रदेशों चावल मिल जाएगा। जिसका जवाब किसी के पास नहीं होगा। नाम न प्रकाशित करने की...

कागजों में उगी धान, किसानों के नाम का अनुदान खा गए मिलर्स और आढ़ती

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धान घोटाला -2 सरकार चुनाव में व्यस्त रही, मंडी में आढ़तियों और राइस मिलर्स ने कर दिया खेल कुटेल के राइस मिलर्स, एसोसिएशन के प्रधान समेत कई राइस मिल संचालकों ने कटवाए फर्जी पर्चे करनाल की मंडी में अरबों का धान घोटाला , अब किसान धान को ट्राली में डाल बेचने के लिए घूम रहे मारे मारे द इनसाइडर न्यूज ब्यूरो , करनाल सरकार चुनाव में व्यस्त थी, इसी बीच करनाल की मंडियों में धान खरीद के नाम पर अरबों रुपए का घोटाला हो गया। आढ़ती व राइस मिलर्स ने मिल कर धान की फर्जी खरीद कर डाली। अब सरकारी दस्तावेजों में धान की खरीद पूरी हो चुकी है। इसी को आधार बना कर सरकार ने अब आगे धान खरीदने से मना कर दिया है। इस घोटाले से जहां सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ है, वहीं किसानों के लिए आफत बन गया है। क्योंकि उनकी धान अब मंडियों में पड़ी है। सरकार खरीद नहीं रही, प्राइवेट खरीददार है नहीं। ऐसे में किसान के सामने अब कोई विकल्प ही नहीं है। वह तय नहीं कर पा रहा कि अब धान का करें तो  आखिर क्या करें?  यूं कागजों में उगा धान  करनाल में एक लाख 65 हजार हेक्टेयर में धान की खे...

अब सिविल अस्पताल में लगेंगी नई अस्ट्रासाउंड मशीन, साथ हो सकेंगी ईको

करनाल जिला नागरिक अ स्पताल में अब ईको भी हो सकेंगी , चूंकि अस्पताल के सिटी स्कैन सैंटर में नई आधुिनक त कनीक से युक्त नई अ ल्ट्रासाउंड मशीन लगाई जाएगी, मशीन की खास बात होगी कि हार्ट के मरीजों की ईको भी साथ होगी। सिविल अस्पताल प्रशासन ने दावा किया है कि मशीन अगले सप्ताह सिटी स्कैन सैंटर में ल ग जाएगी, नई मशीन अस्पताल में आ चुकी हैं, ईको स प्ताह में दो दिन की जाएगी। अल्ट्रासाउंड मशीन में नए फीचर है, जिससे सिटी स्कैन की ईमेज को ए क साथ एक ही जगह पर निरीक्षण किया जा सकेंगे, जिससे मरीज को क्वालिटी युक्त रिर्पोट मिल सकेंगी।इसके अ लावा अल्ट्रासाउंड मशीन से हर दिन अल्ट्रासाउंड हो स केंगे। मरीजों को अल्ट्रासाउंउ कर वाने के लिए बाहरी प्राइवेट अल्ट्रासाउंड केंद्रों में नहीं जाना पडे़गा। जो उ नके लिए फायदेमंद होगा। मशीनों की संख्या बढ़कर हो जाएगी 2 सिविल अ स्पताल में अल्ट्रासाउंड मशीनों की संख्या बढ़कर 2 हो जाएगी, जिससे अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के लिए आने वाले मरीजों के अल्ट्रासाउंड हो सकेंगे। जबकि पहले काफी संख्या में म रीजों के अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। न...

प्रदेश की मंडियों में बड़ा घोटाला, उत्पादन से ज्यादा धान की खरीद

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खेतों में धान, सरकार ने बंद की खरीद, किसान परेशान चंडीगढ़ इस बार किसानों की दीवाली काली रही। वजह, सरकार ने धान की खरीद बंद कर दी। समय से पहले खरीद बंद होने से अब किसानों के सामने धान की बिक्री का संकट आ गया है। राइस मिल संचालक किसानों की फसल को अब सस्ते दाम में खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में यदि जल्दी ही धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं होती तो किसानों को प्रति क्विंटल दो से तीन सौ रुपए का नुकसान हो सकता है। दूसरी ओर सरकार किसानों की बात सुन नहीं रही है। हालात यह है कि करनाल मंडी में प्रशासन ने गेट पर ही पुलिस बल तैनात कर दिया है। जिससे किसान मंडी में धान लेकर ही न आ सके। हरियाणा के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि मंडी में किसानों को अाने से रोका जा रहा है। करनाल में शुरू हुआ  घोटाला यहां राइस मिलर्स ने मंडी कमेटी के साथ मिल कर धान की फर्जी खरीद दिखा दी। पिछले साल करनाल मंडी में 42लाख क्विंटल धान खरीदी गयी थी। इस बार अभी तक इससे भी ज्यादा धान खरीदी जा चुकी है।  अब कागजों में तो धान पिछले साल से भी ज्यादा आ चुकी है। सरकार की ओर से बताया जा रहा है कि ...