करनाल मेयर चुनाव


 करनाल मेयर चुनाव:
बृज गुप्ता टिकट की दौड़ में सबसे आगे, फिर भी दौड़ में बने हुए हैं, कई भाजपायी


कांग्रेस की ओर से टिकट मांगने वाले बरत रहे सावधानी, मनोज वधवा साध रहे सियासी संतुलन


मनोज ठाकुर करनाल


करनाल मेयर चुनाव को लेकर बीजेपी की तैयारियों का असर साफ नजर आ रहा है। बीजेपी के टिकट चाहने वालों की लिस्ट काफी लंबी है। फिर भी बृजग़ुप्ता नंबर एक पर बने हुए हैं।


विधानसभा चुनाव के परिणाम जिस तरह से बीजेपी के पक्ष में आए,इससे पार्टी के नगर निगम चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वालों के हौसले खासे बुलंद है। वह यह मान कर चल रहे हैं कि बीजेपी का टिकट मिलते ही उनकी जीत सुनिश्चित है।


करनाल की राजनीति पर नजर रखने वाले दयाल सिंह कॉलेज के पूर्व प्रिसिंपल डॉक्टर रामजी लाल ने बताया कि बीजेपी वाले ऐसा सोच भी सकते हैं। क्योंकि कांग्रेस यहां पूरी तरह से हाशिए पर है।


कांग्रेस के टिकट पर दो बार चुनाव लड़ चुके त्रिलोचन सिंह खुद बीजेपी करनाल विधायक जगमोहन आनंद की गलबहिया हो रहे हैं। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि कांग्रेस काम कैसे कर रही है?





उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस के टिकट पर इस बार विधायक का चुनाव लड़ने वाली सुमिता सिंह मतदान के बाद से ही नजर नहीं आ रही है। बीजेपी की सरकार बने तीन माह से अधिक का समय हो गया है, इसके बाद भी कांग्रेस अभी तक हार के झटके से उभर नहीं पा रही है।


ऐसे में सियासी मैदान में भाजपा ही अकेली नजर आ रही है। इसलिए बीजेपी के टिकट को लेकर सबसे ज्यादा मारामारी हो रही है।


फिर भी बृज गुप्ता सबसे आगे हैं





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लोकप्रियता चरम पर है


दो बार मेयर रह चुकी रेणु बाला गुप्ता की लोकप्रियता इस बार भी काफी ज्यादा है। वह इस बार भी बीजेपी के टिकट की सबसे मजबूत दावेदार मानी जा रही है। उनका नाम कुरूक्षेत्र में एमपी के टिकट के लिए भी चला था। वह मिलनसार व हर किसी के काम आने वाली नेत्री है। पार्टी के भीतर ही नहीं बल्कि विपक्ष भी उनकी चाह कर भी आलोचना नहीं कर पताा। वह किसी भी तरह के विवाद से हमेशा दूर रही है। वह हमेशा समाज के हित को ही आगे रखती है।


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विधायक भी पक्ष में हैं




इसी तरह से विधानसभा चुनाव में भी उनका नाम काफी ज्यादा आया था। फिर भी पार्टी ने जगमोहन आनंद को टिकट दे दिया था। जगमोहन आनंद की जीत में बृज गुप्ता व रेणु बाला गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई। अब जब मेयर का चुनाव आया तो विधायक भी बृज गुप्ता व रेणु बाला गुप्ता के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि बीजेपी की लिस्ट में भी बृज गुप्ता व रेणु गुप्ता का नाम पहले नंबर पर है।


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बृज गुप्ता का सियासी अनुभव सबसे ज्यादा




हालांकि भाजपा के अन्य कई नाम भी इन दिनों चर्चा में हैं। करनाल के समाजसेवी व राजनीतिक समीक्षक अशोक यादव के अनुसार उनका राजनीति में अनुभव काफी कम है। इसके साथ ही एक दो का नाम कई तरह के विवादों से जुड़ा रहा है। अब जबकि सब कुछ भाजपा के पक्ष में हैं, ऐसे में उन नामों पर पार्टी दांव क्यों लगाएगी?

इसके विपरीत बृज गुप्ता न सिर्फ शहर में गैर विवादित नेता है, बल्कि करनाल की राजनीति में उनका अपना गहरा अनुभव है। जो उन्हें अन्य टिकटार्थियों की लिस्ट में सबसे उपर रखे हुए हैं।



कांग्रेस के लिए मेयर का चुनाव मुश्किल डगर




इस बार के मेयर चुनाव में शायद ही कांग्रेस अपनी मजबूती दिखा पाए। अव्वल तो कांग्रेस से कोई मजबूत उम्मीदवार आगे आने से बच रहा है। ऐसे में मनोज वधवा का नाम सबसे उपर लिया जा रहा है।

मनोज वधवा के लिए दिक्कत यह है कि वह पिछली बार के मेयर चुनाव को ही कायदे से संभालने में नाकामयाब रहे हैं। वह उनके लिए गोल्डन चांस था। जिसका फायदा व उठाने में चूक गए। इसके बाद वह बीजेपी में गए। अब बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आ गए। विधानसभा चुनाव में भी उनकी उपस्थिति बहुत कम रही। ऐसे में मेयर चुनाव में वह सियासी माहौल को अपने पक्ष में कैसे करेंगे,यह बड़ा चलैंज उनके सामने हैं।


बहरहाल निगम चुनाव के लिए नामाकंन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। लेकिन अभी कौन दिग्गज किस पार्टी से चुनाव मैदान में ताल ठोकता है, यह देखना काफी रोचक होगा।




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