फार्मेलिन डिहाइड्रेंट बनाने की 8 इकाइयों में अनियमितता, फिर भी जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

 सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की यमुनानगर प्रदूषण बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारी यूं उड़ा रहे धज्जियां 

यमुनानगर 

एनजीटी ने हरियाणा सरकार को हिदायत दी कि पुराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए एक कार्ययोजना तैयार करें। जिससे वायु प्रदूषण को रोका जा सके। इधर दूसरी ओर यमुनानगर के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली यह है कि यहां  फार्मेलिन डिहाइड्रेंट की कम से कम आठ इकाईयों में अनियमितता की भरमार है। इन इकाइयों पर रोक लगाना तो दूर की बात, बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारी शिकायत करने के बाद भी इकाइयों के संचालकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। पर्यावरण के लिए काम करने वाली संस्था आकृति के संचालक अनुज सैनी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के निर्देश है कि  फार्मेलिन डिहाइड्रेंट   बनाने की हर इकाई नियमों के तहत ही चले।  सुप्रीम कोर्ट ने समय सीमा भी तय की थी। जो निकल चुकी है। इसके बाद भी प्रदूषण बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। 


सीएमविंडों पर दी शिकायत 


यमुनानगर निवासी रोहित व बलविंदर ने सीएम विंडो पर एक शिकायत देकर आरोप लगाया कि मानकपुर इंडस्ट्रियल एरिया में एक यूनिट भी अवैध तरीके से फार्मेलिन डिहाइड्रेंट    बना रही है। उन्होंने बताया कि इस बाबत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में कई बार शिकायत दी। लेकिन बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी .. ने उनकी शिकायत की ओर ध्यान नहीं दिया । इससे यह साबित होता है कि बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारी किसी ने किसी स्तर पर अवैध तरीके से तैयार हो रहे फार्मेलिन डिहाइड्रेंट    संचालकों के साथ मिले हुए हैं। 

पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है 

आकृति संस्था के अध्यक्ष अनुज सैनी ने बताया कि फार्मेलिन डिहाइड्रेंट    का उत्पाद पर्यावरण के लिए बेहद नुकसानदायक है, इसे तैयार करने वाली यूनिट को 9 अलग अलग विभागों से एनओसी लेनी होती। सभी एनओसी लेने के बाद ही फार्मेलिन डिहाइड्रेंट    का उत्पादन हो सकता है। यमुनानगर में करीबन दस यूनिट में यह उत्पाद तैयार होता है। लेकिन ज्यादातर नियमों को ताक पर रखे हुए हैं। 

अनुज सैनी ने बताया कि एनजीटी ने दो साल पहले इन यूनिट पर रोक लगा दी थी। तब संचालक सुप्रीम कोर्ट में चले गए। कोर्ट ने दो माह का समय दिया था,लेकिन इसके बाद भी आठ यूनिट संचालकों ने एनओसी नहीं लिया। 

हमें शिकायत मिली है, जांच करेंगे 

इधर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी  ने बताया कि  मानकपुर इंडस्ट्रियल एरिया में प्लॉट नंबर 111 फेस एक में सावरिया नाम की एक यूनिट के बारे में शिकायत मिली है। इस यूनिट के संचालक तय मात्रा से ज्यादा मात्रा में उत्पादन कर रहे हैं। यह अनियमितता है। इसकी जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।

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