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जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
अन्नदाता माफ करना... अफसोस। शर्मनाक। आप गांधी के सिद्धांत नहीं समझ पाए। आप भगत सिंह को भूल गए। क्यों? आप को जवाब देना होगा? आपने देश और किसान दोनों को धोखा दिया है। ... और अब आप जिम्मेदारी से बचना चाह रहे हैं। नहीं...। आप जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। 26 जनवरी को जो हुआ, इसमें किसान, देश की प्रतिष्ठा, विश्वास, भरोसा, आंदोलन, संघर्ष का नुकसान हुआ। क्योंकि एक ओर किसान थे। दूसरी ओर उनके बेटे। आपकी कुत्सित सोच ने बाप और बेटे को आमने सामने खड़ा कर दिया। आपको माफ नहीं किया जा सकता। जो जवान घायल है, उनके घर जाकर देखना। वह किसान परिवार से आते हैं। कथित किसान नेताओं, आपने किसान आंदोलन को खुद ही कुचल दिया। इतनी बुरी तरह से कि इस तरह का आंदोलन खड़ा होने में अब सालों लग जाएंगे।  आपके पास प्लान नहीं था। आप जिद पर अड़े थे। आप शक्ति प्रदर्शन करना चाहते थे। दिखाना चाहते थे अपनी ताकत। क्यों? क्योंकि आपको खुद पर यकीन नहीं था। आप को लगता था यह भीड़ यूं ही जुट गयी। इसका फायदा उठा लो। आपको नहीं पता आपने किसानों को कितना बड़ा नुकसान कर दिया। आपको पता ही नहीं था कि करना क्या है। आपके पास कोई प्लान नहीं था।...
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 बुढ़ा खेड़ा की अवैध कालोनी में डीटीपी विभाग और नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों का लैंड माफिया को खुला समर्थन बुढ़ा खेड़ा में कट रही अवैध कालोनी में डीटीपी विभाग ने 24 नवंबर को कई निर्माण तोड़े। इसके साथ ही यह भी चेतावनी दी कि यहां निर्माण नहीं होना चाहिए। लेकिन डीटीपी विभाग की कार्यवाही के कुछ समय बाद ही यहां निर्माण कार्य दोगुणा गति से शुरू हो गया। यहां दिन रात निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में सवाल यह पैदा हो रहा है कि क्या डीटीपी विभाग की मिलीभगत से यह निर्माण हो रहा है या फिर उन्हें पता ही नहीं। सवाल 1 डीटीपी विभाग और नगर निगम के जिम्मेदार चुप क्यों? यह अवैध कालोनी है। इस तरह की कालोनी विकसित न हो, इ सके लिए डीटीपी विभाग और नगर निगम की जिम्मेदारी है। लेकिन इस कालोनी में चल रहा निर्माण साबित करता है कि किसी ने किसी स्तर पर भारी गड़बड़ी हो रही है। सवाल 2 कैसे चल गया निर्माण सवाल यह भी पैदा हो रहा है कि आखिर इस अ वैध कालोनी में निर्माण कैसे चल रहा है। वह भी दिन के वक्त। यहां इस तरह से निर्माण हो रहा है कि जैसे डीटीपी विभाग और नगर निगम का लैंड माफिया को खुला संरक्षण है...
  डीएफएससी निशांत राठी ने नहीं दी सूचना, निदेशक ने 7 दिन में सूचना देने के दिए आदेश सूचना उपलब्ध न करवाने पर लिखित स्पष्टीकरण सहित चंडीगढ़ बुलाया द न्यूज इनसाइडर करनाल। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग चंडीगढ़ के अतिरिक्त निदेशक ने डी.एफ.एस.सी. निशांत राठी को आरटीआई एक्ट के तहत आवेदनकर्ता को सूचना न देने के चलते कड़ा रूख अपनाया है। अतिरिक्त निदेशक ने डीएफएससी को 18 जनवरी को लिखित स्पष्टीकरण के साथ उनके समक्ष हाजिर होने के आदेश दिए है। यही नहीं 7 दिन के अंदर आवेदनकर्ता को सूचना देने के आदेश जारी किए हैं।  अगर डीएफएससी ऐसा नहीं करते तो उनके विरुद्ध आवश्यक अनुशासनिक कार्यवाही के लिए मामला खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक के पास भेज दिया जाएगा। यहीं नहीं डीएफएससी को स्पष्ट निर्देश दिए है कि इस मामले में अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा या यूं कहे कि कोई टाल-मटौल सहन नहीं की जाएगी। ऐसा नहीं है कि अतिरिक्त निदेशक ने डी.एफ.एस.सी. को एक ही मामले में ऐसे सख्त आदेश दिए हो, आवेदनकर्ता ने 3 मामलों के संद्रर्भ में सूचना मांगी थी। सूचना देने में आनाकानी के चलते आवेदनकर्ता ने विभाग के ...

रतन टाटा की कार का नंबर प्लेट लगा बीएमडब्ल्यू में घूम रही थी महिला, धरी गई, दर्ज हो गया केस

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  रतन टाटा की कार का नंबर प्लेट लगा बीएमडब्ल्यू में घूम रही थी महिला, धरी गई, दर्ज हो गया केस द न्यूज इनसाइडर मुम्बई में अपनी कार की पंजीकरण संख्या के साथ कथित रुप से छेड़छाड़ कर उसे उद्योगपति रतन टाटा की कार की नंबर प्लेट जैसा कर लेने के लिए एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि यातायात नियमों के उल्लघंन के लिए टाटा की कार के खिलाफ काटा गया ई-चालान महिला के नाम पर स्थानांतरित कर दिया गया है। मुम्बई ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने कहा कि महिला ने अपनी पंसद का नम्बर रखने के लिए उसके साथ छेड़छाड़ की।  इस दौरान उसे यह पता नहीं चल पाया कि उसने कार का जो नंबर बदला है, वह रतन टाटा की कार के नंबर जैसा हो गया है। पुलिस ने बताया कि महिला की ओर से नंबर प्लेट में की गई छेड़छाड़ के लिए रतन टाटा के वर्ली स्थित कार्यालय में ट्रैफिक नियमों की उल्लघंन का चालान भेजा जाता रहा। इसके बाद टाटा ग्रुप के अधिकारियों ने पुलिस को कार से ट्रैफिक नियमों की उल्लघंन न करने के बारे में जानकारी दी। इसी बीच पुलिस को एक जाली नंबर नम्बर प्लेट वाली एक कार के बारे में शिकायत मिली थी। बाद में क...

#Manojthakur/#thenewsinsider/#farmerprotestधरना स्थल पर दो और किसान की मौत

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#thenewsinsider/#manojthakur/#FarmersProtest क्या किसान नेता सरकार के ज...

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