कोरोना, कालाबाजारी करने वाले सक्रिय, आम जन परेशान
द न्यूज इनसाइडर ब्यूरो
कोरोना की वजह से सुबह से लॉकडाउन होने जा रह है,ऐसे में लोगों में अफवाह का माहौल है। इससे डरे बहुत से लोग आवश्यक वस्तुओं का स्टॉक करने में लगे हुए हैं। इसका फायदा उठाते हुए दुकानदरों ने चीजों के मनमाने दाम वसूलने शुरू कर दिये हैं। हालात यह है कि दुध के पैकेट पर पांच रुपये अतिरिक्त चार्ज किये जा रहे हैं। इसी तरह से दूसरी चीजों के दाम भी बढ़ा दिये गये हैं।
सेनिटाइजर की कालाबजानिटाइरी जोरो पर है। द न्यूज इनसाइडर की टीम ने अलग अलग कैमिस्ट से जब सेनिटाइजर के रेट पता किये तो 120 से लेकर 150 रुपये तक कीमत बतायी गयी।
सेनिटाइजर की कालाबजारी जारी
दूसरी अोर सेनिटाइजर की कालाबजारी जोरो पर है। द न्यूज इनसाइडर की टीम ने अलग अलग कैमिस्ट से जब सेनिटाइजर के रेट पता किये तो 120 से लेकर 150 रुपये तक कीमत बतायी गयी। मास्क को लेकर भी मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं। यदि कोई खरीददार आनाकानी करता है तो उसे सेनिटाइजर या मास्क नहीं दिया जाता।
प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं
इधर प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। एक बार कुछ दुकानों पर छापामारी की। इसके बाद प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इस वजह से कैमिस्टों के हौसले खासे बुलंद बने हुये हैं। दूसरी ओर लोकल सेनिटाइजर निर्माताओं ने इस मौके का फायदा उठाने के लिए पैकिंग पर ही रेट बढ़ा दिये हैं।
प्रशासन की अोर से एक जगह ही उपलब्ध कराया जा रहा सेनिटाइजर
इधर प्रशासन की ओर से सिर्फ सेक्रेटेरियेट में ही एक बूथ पर सेनिटाइजर व मास्क की बिक्री की जा रही है। यहां हर रोज एक हजार बोलत सेनिटाइजर की बिक्री हो रही है। इसके अलावा दूसरी जगह कहीं भी प्रशासन की ओर से इस दिशा में प्रयास नहीं किया गया है।
अफवाह जोरो पर है
इधर लोगों में लगातार अफवाह फैल रही है। करनाल में प्रशासन की ओर से कुछ घरों के आगे अलग रखने के पोस्टर लगाए हैं। सोशल मीडिया पर इनकी पहचान सार्वजनिक की जा रही है। इससे लोगों में यह भ्रम बन रहा है कि घर के सदस्य वायरस से पीड़ित है। हालांकि करनाल के डीसी निशांत यादव ने स्पष्ट किया कि इनके परिवार के किसी सदस्य ने विदेश यात्रा की है, या फिर परिवार का कोई सदस्य वायरस से पीड़ित के संपर्क में आया है।
कालाबजारी पर रोक के लिए टीम गठित
डीसी करनाल ने बताया कि कालाबजारी रोकने के लिए टीम गठित कर दी गयी है। टीम लगातार लोगों पर नजर रखे हुए हैं। दूसरी ओर शहर निवासियों ने बताया कि प्रशासन के सारे इंतजाम सिर्फ खबरों तक सीमित है। जमीन पर प्रशासन की ओर से कुछ नहीं हो रहा है। कम से कम सेनिटाइजर और मास्क की बिक्री ही नियमित कर दी जाए तो काफी समस्या दूर हो सकती है। लेकिन इस दिशा में भी अभी तक कुछ नहीं हो रहा है।
कोरोना की वजह से सुबह से लॉकडाउन होने जा रह है,ऐसे में लोगों में अफवाह का माहौल है। इससे डरे बहुत से लोग आवश्यक वस्तुओं का स्टॉक करने में लगे हुए हैं। इसका फायदा उठाते हुए दुकानदरों ने चीजों के मनमाने दाम वसूलने शुरू कर दिये हैं। हालात यह है कि दुध के पैकेट पर पांच रुपये अतिरिक्त चार्ज किये जा रहे हैं। इसी तरह से दूसरी चीजों के दाम भी बढ़ा दिये गये हैं।
सेनिटाइजर की कालाबजानिटाइरी जोरो पर है। द न्यूज इनसाइडर की टीम ने अलग अलग कैमिस्ट से जब सेनिटाइजर के रेट पता किये तो 120 से लेकर 150 रुपये तक कीमत बतायी गयी।
सेनिटाइजर की कालाबजारी जारी
दूसरी अोर सेनिटाइजर की कालाबजारी जोरो पर है। द न्यूज इनसाइडर की टीम ने अलग अलग कैमिस्ट से जब सेनिटाइजर के रेट पता किये तो 120 से लेकर 150 रुपये तक कीमत बतायी गयी। मास्क को लेकर भी मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं। यदि कोई खरीददार आनाकानी करता है तो उसे सेनिटाइजर या मास्क नहीं दिया जाता।
प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं
इधर प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। एक बार कुछ दुकानों पर छापामारी की। इसके बाद प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इस वजह से कैमिस्टों के हौसले खासे बुलंद बने हुये हैं। दूसरी ओर लोकल सेनिटाइजर निर्माताओं ने इस मौके का फायदा उठाने के लिए पैकिंग पर ही रेट बढ़ा दिये हैं।
प्रशासन की अोर से एक जगह ही उपलब्ध कराया जा रहा सेनिटाइजर
इधर प्रशासन की ओर से सिर्फ सेक्रेटेरियेट में ही एक बूथ पर सेनिटाइजर व मास्क की बिक्री की जा रही है। यहां हर रोज एक हजार बोलत सेनिटाइजर की बिक्री हो रही है। इसके अलावा दूसरी जगह कहीं भी प्रशासन की ओर से इस दिशा में प्रयास नहीं किया गया है।
अफवाह जोरो पर है
इधर लोगों में लगातार अफवाह फैल रही है। करनाल में प्रशासन की ओर से कुछ घरों के आगे अलग रखने के पोस्टर लगाए हैं। सोशल मीडिया पर इनकी पहचान सार्वजनिक की जा रही है। इससे लोगों में यह भ्रम बन रहा है कि घर के सदस्य वायरस से पीड़ित है। हालांकि करनाल के डीसी निशांत यादव ने स्पष्ट किया कि इनके परिवार के किसी सदस्य ने विदेश यात्रा की है, या फिर परिवार का कोई सदस्य वायरस से पीड़ित के संपर्क में आया है।
कालाबजारी पर रोक के लिए टीम गठित
डीसी करनाल ने बताया कि कालाबजारी रोकने के लिए टीम गठित कर दी गयी है। टीम लगातार लोगों पर नजर रखे हुए हैं। दूसरी ओर शहर निवासियों ने बताया कि प्रशासन के सारे इंतजाम सिर्फ खबरों तक सीमित है। जमीन पर प्रशासन की ओर से कुछ नहीं हो रहा है। कम से कम सेनिटाइजर और मास्क की बिक्री ही नियमित कर दी जाए तो काफी समस्या दूर हो सकती है। लेकिन इस दिशा में भी अभी तक कुछ नहीं हो रहा है।
डीसी ने बताया कि अभी तक बहुत ज्यादा सख्ती नहीं बरती जा रही थी। अब लग रहा है कि सख्ती के बिना काम चलने वाला नहीं है। इसलिए मंगलवार से प्रशासन पूरी सख्ती के साथ काम करेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि आम आदमी भी शिकायत कर सकता है यदि उन्हें पता चलता है कि कोई व्यक्ति सेनिटाइजर या मास्क की जमाखोरी कर रहा है।
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