संदेश

फ़रवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष का अवैध शोरुम क्या ढहा, उन्होंने तो सीएम को न...

चित्र

अवैध निर्माण पर डीटीपी की कार्रवाई भाजपा के गरीब का शोरुम ढहाया/#THENEWS...

चित्र

करनाल पटाखा फैक्टरी में विस्फोट, तमिलनाडु के तीन मजदूरों की मौत/#thenews...

चित्र

अवैध कालोनियों की तरफदारी करने वाले पार्षदों से मतदाता पूछे सवाल/#thenew...

चित्र
किसान आंदोलन किसका, किसके लिए  और क्यों है?  आंदोलन ऐसे वक्त पर हो रहा है जब मोदी सरकार लगातार एक के बाद एक कड़े व कठोर निर्णय ले रही है। इस आंदोलन का वक्त वह है, जब देश में विपक्ष पूरी तरह से गायब है। वामपंथ अपने अस्तित्व के लिए जूझ रहा है। तो ऐसे में यह सोच बन रही है कि मोदी सरकार को घेरने का कृषि कानून एक बेहतर जरिया हो सकते हैं। और कमोबेश हो भी ऐसा ही रहा है। कम से कम अभी तक किसान आंदोलन पर मोदी सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है।  किसानों से 12 दौर की बातचीत साबित करती है कि सरकार इस मामले को खत्म करना चाहती है। क्योंकि सरकार के रणनीतिकारों को लग रहा है कि यह मुद्​दा बड़ा बन गया। उन्हें इसके इतने बड़े विरोध की उम्मीद नहीं थी।  लेकिन 26 जनवरी के बाद बहुत कुछ बदल गया है।  आम तौर पर जैसा होता है, यह आंदोलन भी अभी तक उसी दिशा में जाता नजर आ रहा है। पहले आंदोलन किसी मुद्​दे पर होता है। फिर आंदोलन में थोड़ी बहुत हिंसा होती है। पुलिस कई मामले दर्ज करती है। इसमें एक चिरपरिचित धारा देशद्रोह की लगती है।  इसके बाद आंदोलन के नेता मुद्​दा छोड़ अपने को बचाने की मुहिम में ...